विनय बिहारी सिंह
अस्पताल में एक मरीज दर्द से तड़प रहा था। उसे दर्द निवारक दवाएं दी गईं। लेकिन उसका दर्द पूरी तरह खत्म नहीं हुआ। अस्पताल के डाक्टर ने एक प्रयोग करने की सोची। उसने ओजोन गैस जो हमारे वायुमंडल के ऊपरी सतह पर है और जो पृथ्वी को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाती है को आकसीजन के साथ मिला कर उस मरीज की रीढ़ के उस खास जगह पर इंजेक्ट कर दिया जहां दर्द हो रहा था। चमत्कार हो गया। दर्द पूरी तरह गायब हो गया। फिर मरीज का स्वास्थ्य सुधरने लगा। अब यह चमत्कारिक प्रयोग यूरोपीय देशों में वैकल्पिक चिकित्सा के तौर पर स्वीकार कर लिया गया है। यूरोप में वैग्यानिक अब ओजोन गैस को आक्सीजन के साथ मिला कर इसका इंजेक्शन प्रभावित जगह पर दे देते हैं। इंजेक्शन शरीर के अंदर ठीक कहां लगाना है, इसके लिए अत्यंत सूक्ष्म कैमरे शरीर के भीतर ले जाए जाते हैं। फिर जगह चुन कर कैमरे के साथ फिट सुई या ओजोन और आक्सीजन के मिश्रण को प्रभावित जगह पर इंजेक्ट कर देती है। इससे वहां की फूली हुई अस्वस्थ कोशिकाएं स्वस्थ हो जाती हैं और सिकुड़ जाती हैं। अब वहां दर्द का कोई नामोनिशान नहीं रहता। लेकिन यह इलाज काफी महंगा है। इसलिए धनी- मानी लोग ही इसका लाभ उठा पा रहे हैं। लेकिन डाक्टरों का कहना है कि वे कोशिश में हैं कि सामान्य आर्थिक स्थिति वाले लोग भी इसका लाभ उठा सकें। प्रयोग जारी है। जब आम आदमी भी इस वैग्यानिक खोज का लाभ उठाने लगेगा तो सुखद होगा। लेकिन डाक्टरों का कहना है कि जब दर्द हद से ज्यादा होता है तब कुछ मरीजों पर यह दवा असर नहीं करती। इसके कारणों की खोज की जा रही है। जल्दी ही इसका भी उपाय ढूंढ़ लिया जाएगा।
1 comment:
सही बताया आपने
विषस्य विषं औषधं
Post a Comment