अमरीका में शोधकर्ता ऐसे धागों पर काम कर रहे हैं जो उन पर पड़ने वाली रोशनी को पहचान सकते हैं और इसमें सेंसर लगा देने पर तस्वीरें भी खींच सकते हैं.
शोधकर्ताओं ने इन धागों के बीच सेंसर डालने और उन्हें बिजली के सिग्नलों से जोड़ने का तरीका खोज निकाला है. जब रोशनी इन धागों पर पड़ती है तो ये धागे सिग्नल भेजते हैं.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस दिशा में और अधिक काम करने पर ये धागे कैमरों का काम कर सकते हैं और तस्वीरें भी खींच सकते हैं.
मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी के शोधकर्ता डॉ योएल फिंक की अगुआई में और भी महीन धागों पर काम कर रहे हैं ताकि सेंसरों को बेहतर तरीके से फिट किया जा सके.
डॉ फिंक की टीम ने अत्यंत महीन धागे बनाने में सफलता प्राप्त कर ली है. अगर ऐसे कपड़े बन पाते हैं तो इसे सबसे पहले सैनिकों के काम में लाया जाएगा जो ख़तरनाक स्थानों पर काम करते हैं.
इस टीम ने हाल ही में नैनो लेटर्स में लिखे अपने एक शोध में बताया है कि उन्होंने हाल में ही अत्यंत महीन धागों को जोड़ा और उसमें सेंसर लगाए और ये पता लगाने में सफल रहे कि कौन सा सेंसर क्या सिग्नल भेज रहा है. इन सिग्नलों के आधार पर टीम ने एक तस्वीर बनाने में भी सफलता प्राप्त कर ली है.
शोधकर्ता टीम का कहना है कि छोटे कणों को जोड़ लेना एक बड़ा क़दम है और ये आने वाले दिनों में बड़ी उपलब्धि होगी। (बीबीसी से साभार )
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