Wednesday, May 12, 2010

सन २३०० में पृथ्वी के बहुत गर्म होने की आशंका


विनय बिहारी सिंह

आस्ट्रेलिया और अमेरिका के वैग्यानिकों ने गहन अध्ययन के बाद कहा है कि सन २३०० तक पृथ्वी का तापमान इतना बढ़ जाएगा कि शायद किसी प्राणी के रहने लायक न रहे । उनका कहना है कि गर्मी ७ डिग्री सेल्सियस ज्यादा होती जाएगी। भारत के कुछ विशेषग्य पहले से कहते आए हैं कि आने वाली शताब्दी में हो सकता है धरती तवे की तरह जलने लगे और इस पर चलना खुद को आग के हवाले करना हो। ऐसी स्थिति में हवा भी आग की तरह गर्म और झुलसा देने वाली होगी। बिजली की हालत और खराब रहने की भविष्यवाणी की ही जा चुकी है। लोग घरों में भी रहेंगे तो उबलने की ही हालत में रहना पड़ेगा। मनुष्य और अन्य प्राणियों का जीवन खत्म होने लगेगा। इस आशंका को कुछ लोग नकार रहे हैं। लेकिन पृथ्वी का तापमान जिस गति से बढ़ रहा है, उसके हिसाब से वैग्यानिकों की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता। हम औऱ आप 2300 तक जीवित नहीं रहेंगे। लेकिन हमारी आने वाली पीढ़ी इस ताप को झेलने के लिए मजबूर होगी। एक वैग्यानिक का कहना है कि धीरे- धीरे हमारा ही शरीर बढ़ती गर्मी को सहन करने लायक हो रहा है लेकिन एकदम से सात डिग्री सेल्सियस की दर से गर्मी बढ़ी तो शरीर की त्वचा और कोशिकाएं इसे एडाप्ट नहीं कर पाएंगी। नतीजा यह होगा कि लोगों की तबियत खराब होगी या मृत्यु होगी। बहरहाल, यह खबर हमें बताती है कि वायु प्रदूषण कम करने के लिए हमारी सरकारें जितना भी कर सकती हैं करना चाहिए। जैसे कारों का कम प्रयोग। साइकिल के चलन को बढ़ावा और कार्बन का उत्पादन और कम करने की कोशिश।

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