दूसरे ग्रहों पर भी रहते हैं प्राणी- हाकिंग
विनय बिहारी सिंह
विख्यात वैग्यानिक स्टीफ हाकिंग ने कहा है कि दूसरे ग्रहों पर प्राणी (एलियंस) रहते हैं। लेकिन हमें उनसे संपर्क करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। अगर हम कोशिश करेंगे तो ये एलियंस हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं। वे पृथ्वी पर अपने उपयोग की चीजें खोजने के लिए आते हैं और फिर वापस चले जाते हैं। उन्होंने कहा है कि आकाश में तमाम गैलेक्सीज हैं। इनमें से किसी खास तारामंडल में ये एलियंस रहते हैं। एक खास ध्वनि तरंग की मदद से पृथ्वी पर थोड़ी देर के लिए आए अपने साथियों से बातें करते हैं और संदेश लेते- देते हैं। उनकी अपनी दुनिया है। हाकिंग ने कहा है कि एलियंस कल्पना जगत के प्राणी नहीं हैं बल्कि उनका सचमुच अस्तित्व है। इस पर प्रश्न आया कि अगर ये एलियंस पृथ्वी के प्राणियों से परिचित हैं तो फिर उनसे संपर्क क्यों नहीं करते। हाकिंग का कहना है कि उन्हें इसकी जरूरत ही नहीं है। मनुष्य या पृथ्वी के अन्य प्राणियों की जरूरतें और उनका दिमाग अलग तरह का है। एलियंस की जो जरूरतें हैं उसका मनुष्य या पृथ्वी के किसी प्राणी से कोई लेना देना नहीं है। एलियंस का जीवन ध्वनि तरंगों और प्रकाश पर केंद्रित है। एक तरह से देखा जाए तो वे लोग सूक्ष्म ऊर्जा ग्रहण कर आनंद में रहते हैं। वे नहीं चाहते कि उन्हें किसी अन्य ग्रह का प्राणी डिस्टर्ब करे। अगर मनुष्य उनके जीवन में हस्तक्षेप करेगा तो वे कार्बन का उत्सर्जन कर सकते हैं। हानिकारक ध्वनि तरंगें छोड़ सकते हैं। हाकिंग ने तो साफ मना किया है कि एलियंस को डिस्टर्ब नहीं किया जाना चाहिए।
इस बीच अन्य वैग्यानिकों की प्रतिक्रियाएं भी आई हैं। उन्होंने कहा है कि एलियंस को लेकर पहली बार किसी विख्यात वैग्यानिक ने विस्तार से कुछ कहा है। लेकिन फिर भी जब तक एलियंस का कोई चित्र सामने नहीं आता, कोई फोटो सामने नहीं आता इस खोज पर भरोसा करना मुश्किल है। हाकिंग के समर्थकों का कहना है कि रहस्यमय जीवों की कल्पना तो कहानियों में खूब हुई है। लेकिन हाकिंग ने पहली बार उनके रहने की जगह, उनकी रासायनिक बनावट और उनके रहन- सहन के बारे में कुछ कहा है। यह खोज मील का पत्थर है। लेकिन विरोधी वैग्यानिकों का कहना है कि सबसे पहले इन एलियंस का फोटो खींचा जाए और दुनिया के सामने प्रस्तुत किया जाए। हाकिंग के समर्थकों का कहना है कि यथासमय फोटो भी उपलब्ध कराया जाएगा।
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