Tuesday, January 3, 2012

अनंत बार प्रणाम गुरुदेव


विनय बिहारी सिंह



पांच जनवरी को परम पूज्य गुरुदेव परमहंस योगानंद जी का जन्म दिन है। कल चार जनवरी को उनके आश्रम में क्रिया दीक्षा अनुष्ठान है। इसलिए कल और परसो सुबह से शाम तक गुरुदेव के आश्रम में ही रहूंगा। परमहंस जी ने अमेरिका को हेड क्वार्टर बना कर समूचे विश्व में योगदा सत्संग सोसाइटी आफ इंडिया(भारत और नेपाल आदि में) और सेल्फ रियलाइजेशन फेलोशिप (पूरे विश्व में) संस्थाओं के माध्यम से क्रिया योग का प्रसार किया। पश्चिमी देशों में क्रिया योग को वही लेकर गए थे। इस समय वाईएसएस और एसआरएफ की अध्यक्षा मृणालिनी माता हैं। वे हेडक्वार्टर माउंट वाशिंगटन में बैठती हैं। परमहंस योगानंद की विश्व प्रसिद्ध पुस्तक है- आटोबायोग्राफी आफ अ योगी। हिंदी और देशी, विदेशी अनेक भाषाओं में उसका अनुवाद हुआ है। अनूदित पुस्तक का नाम है- योगी कथामृत। यह पुस्तक आज भी छपते ही बिक जाती है। भारी लोकप्रिय। इसे लगातार छापना पड़ता है। इसी में क्रिया योग पर एक अध्याय है। अद्भुत पुस्तक है यह। योगदा सत्संग सोसाइटी आफ इंडिया या वाईएसएस की स्थापना गुरुदेव ने सन १९१७ में की थी। १८९३ में जन्मे गुरुदेव ने १९५२ में शरीर छोड़ दिया था। ईश्वरतुल्य गुरुदेव के चरणों में अनंत बार प्रणाम।

1 comment:

Raravi said...

thank you for reminding us about Gurudev's b day. My father has been very impressed and interestedin Kriya yoag. I remember my childhood when early morning he used to read us Yogi kathaamrit. In late 80s i had a chance to visit YSS at Ranchi with my father. i had bought the book "the holy science" by sri yukteshwar ji.

thank you again.