विनय बिहारी सिंह
सभी संतों ने कहा है कि जप या प्रार्थना के लिए रात का समय सबसे अच्छा होता है। लोग सो रहे होते हैं और वातावरण में शांति व्याप्त रहती है। ऐसे समय में एकाग्रता बढ़ जाती है। रात को गहरी एकाग्रता के साथ भगवान से प्रार्थना का प्रभाव बहुत ज्यादा होता है। किस प्रार्थना का प्रभाव ज्यादा होता है? संतों ने कहा है- सिर्फ एक ही प्रार्थना करना चाहिए- प्रभु, मुझे दर्शन दीजिए। आशीर्वाद दीजिए। बस। इसी से हमारा काम बन जाएगा। एक प्रसिद्ध लघु कथा है- एक व्यक्ति रोज चर्च जाता था और गहरे ध्यान में बैठ जाता था। एक दिन चर्च के एक इंचार्ज ने उनसे प्रेम से पूछा- आप आंखें बंद करके करते क्या हैं? उस व्यक्ति ने उत्तर दिया- मैं भगवान से बातें करता हूं। तब चर्च के इंचार्ज ने उनसे पूछा- तो भगवान आपसे क्या कहते हैं? उस आदमी ने उत्तर दिया- वे मेरी बातें ध्यान से सुनते हैं। इस संसार में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जो बिना किसी स्वार्थ के आपकी बातें सुने। परमहंस योगानंद जी कहते हैं- जब हर आदमी आपको त्याग देता है तो सिर्फ भगवान ही आपके साथ रहते हैं और आपको प्रेम करते हैं।
1 comment:
Bahut thik he .
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