मित्रों, अगले महीने ३१ दिसंबर को मैं इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के अखबार जनसत्ता से रिटायर हो रहा हूं। यहां २१ वर्ष और कुछ महीने मैंने अपनी सेवाएं दीं। मैंने अपने काम को खूब इंज्वाय किया। खूब आनंद भरी नौकरी रही मेरी। हालांकि जीवन में सुख- दुख आते रहे। लेकिन नौकरी खूब इंज्वाय की। मेहनत की और आनंद भी उठाया। इस दौरान मैं पत्रकार के तौर पर विभिन्न लोगों से मिला। उनके संबंध में समाचार लिखे। समाचार विश्लेषण लिखे। इंटरव्यू किए। यानी बहुआयामी काम किया। आज मुझे आफिशियली वह पत्र मिला जिसमें कहा गया है कि मैं इस साल ३१ दिसंबर को रिटायर हो रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं फिर किसी अन्य समाचार पत्र में पत्रकारिता करने लगूंगा। एक बार तो लगा कि मैंने अभी कितने दिन पहले अपने अखबार में ज्वाइन किया और देखिए कि रिटायरमेंट कितनी जल्दी आ गया। लेकिन २१ वर्ष कम नहीं होते। देखते- देखते बीत गए। बच्चे जो छोटे थे, अब प्रौढ़ हो गए हैं। नौकरी करते हैं। मैं जानता हूं, जब मैं दूसरे अखबार में नौकरी करने लगूंगा तो एक बार फिर व्यस्त हो जाऊंगा। जिंदगी पहले की तरह दौड़ने लगेगी। इंडियन एक्सप्रेस का साथ भले छूट रहा है, लेकिन इसके प्रति प्रेम तो बना ही रहेगा।
Thursday, November 15, 2012
रिटायर हो रहा हूं
मित्रों, अगले महीने ३१ दिसंबर को मैं इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के अखबार जनसत्ता से रिटायर हो रहा हूं। यहां २१ वर्ष और कुछ महीने मैंने अपनी सेवाएं दीं। मैंने अपने काम को खूब इंज्वाय किया। खूब आनंद भरी नौकरी रही मेरी। हालांकि जीवन में सुख- दुख आते रहे। लेकिन नौकरी खूब इंज्वाय की। मेहनत की और आनंद भी उठाया। इस दौरान मैं पत्रकार के तौर पर विभिन्न लोगों से मिला। उनके संबंध में समाचार लिखे। समाचार विश्लेषण लिखे। इंटरव्यू किए। यानी बहुआयामी काम किया। आज मुझे आफिशियली वह पत्र मिला जिसमें कहा गया है कि मैं इस साल ३१ दिसंबर को रिटायर हो रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं फिर किसी अन्य समाचार पत्र में पत्रकारिता करने लगूंगा। एक बार तो लगा कि मैंने अभी कितने दिन पहले अपने अखबार में ज्वाइन किया और देखिए कि रिटायरमेंट कितनी जल्दी आ गया। लेकिन २१ वर्ष कम नहीं होते। देखते- देखते बीत गए। बच्चे जो छोटे थे, अब प्रौढ़ हो गए हैं। नौकरी करते हैं। मैं जानता हूं, जब मैं दूसरे अखबार में नौकरी करने लगूंगा तो एक बार फिर व्यस्त हो जाऊंगा। जिंदगी पहले की तरह दौड़ने लगेगी। इंडियन एक्सप्रेस का साथ भले छूट रहा है, लेकिन इसके प्रति प्रेम तो बना ही रहेगा।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
9 comments:
अब आगे अपने आप को व्यस्त रखने के लिये हल्के फुल्के शौक पालिए. अब नौकरी करने की मत सोचिये. दुनिया बहुत बड़ी और सुन्दर है इन्डियन एक्सप्रस के कोकून से पूरी तरह बाहर निकलिए. बहुत कर लिया काम अब सामाजिक कायों में रूचि लीजिए.
शुभकामनाएं.
चलिए सर अब हमलोगांे का साथ रहेगा... यहीं जमेगी...
chaliye ab yahan man lagega....
यही है ज़ि्न्दगी
अनवरत चलती हुयी
दिशायें बदलती हुयी
आगामी जीवन के लिये शुभकामनायें।
ek naye jeevan ke liye shubh kaamna.. aur deep parva par aapko saadar charan sparsh...
आपका इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (17-11-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
बन्धु हमारे हो रहे, आज रिटायर यार |
जीवन में सच में बही, सबसे भली बयार ||
शुभकामनायें-
स्वस्थ रहिये मस्त रहिये ||
नवजीवन हेतु,शुभकामनायें!
Post a Comment