Wednesday, May 20, 2009

आखिर दिमाग है क्या चीज?



विनय बिहारी सिंह


यह सवाल अक्सर पूछा जाता है कि आखिर मनुष्य का दिमाग है क्या चीज? आप जो नहीं चाहते वह भी करवा देता है और बाद में आपको अफसोस होता है। आप सुबह सोच कर उठे हैं कि आज क्रोध नहीं करना है और दोपहर तक भूल जाते हैं और किसी को कटु बोल देते हैं या किसी के साथ रूखा व्यवहार कर देते हैं। कई बार आप सोचते हैं कि आज दो ही कप चाय पीना है और किसी ने यह कह कर आपको चाय दी कि यह बहुत ही उम्दा चाय है तो आप झट से पी लेते हैं और आपका प्रण टूट जाता है। या फिर आप चाय बिल्कुल छोड़ देने का संकल्प लेते हैं और चाय है कि छूटती नहीं। चाय के बिना आपको सिरदर्द होने लगता है। चाय ही क्यों कई लोगों को तो सिगरेट और शराब तक की लत नहीं छूटती। वे कहते हैं कि क्या करें कई बार कोशिश की, लेकिन छोड़ नहीं पाता। मनोचिकित्सक कहते हैं कि यह विल पावर या आत्मबल की कमी है। जैसे ही आपका आत्मबल ताकतवर हो जाएगा, आप कोई भी लत छोड़ सकते हैं और खुद को आनंद से भरा महसूस कर सकते हैं। लत क्या है आपका बंधन ही तो है। कभी गहरे किसी लत के नुकसान के बारे में सोचिए और एक बार दृढ़ संकल्प लीजिए कि आज से यह आदत खत्म। बस खत्म तो खत्म। फिर दुबारा उसे पकड़ना नहीं है। लेकिन कई लोगों को देखा जाता है कि सिगरेट छोड़ी और खूब प्रचार किया कि मैंने सिगरेट छोड़ दी। लेकिन महीने भर बाद आप पाते हैं कि जनाब खूब सिगरेट पी रहे हैं। लत छोड़नी है तो प्रचार मत कीजिए। बस चुपचाप वह लत छोड़िए औऱ अपने मन को लगातार मजबूत करते जाइए। तो शुरू में प्रश्न था कि यह दिमाग है क्या चीज? यह दिमाग एक खास तरह की चिंतन शैली का अड्डा है जिसमें वह सब कांशस, कांशस और सुपरकांशस स्तर पर काम करता रहता है। दिमाग की भी कुछ आदतें हैं जिन्हें बदला जा सकता है। अगर किसी के मन में नकारात्मक विचारों का बाहुल्य है तो उसे धीरे- धीरे सकारात्मक विचारों को मजबूत करके दिमाग से नकारात्मक विचार निकाल देने होंगे। लेकिन यह इतना आसान नहीं है। इसके लिए आपको अपने दिमाग मे सकारात्मक विचार रोपने औऱ पल्लवित- पुष्पित करने होंगे। कैसे? बार- बार आपके दिमाग में नकारात्मक या निगेटिव विचार आएंगे और बार- बार उन्हें खारिज करके आपको अच्छे और स्वस्थ विचार लाने और पुष्ट करने होंगे। शुरू में आपको यह मुश्किल लग सकता है। लेकिन धीरे- धीरे यह आपकी आदत में शामिल हो जाएगा और आप आनंद में रहने लगेंगे। आपका आधा तनाव और आपकी आधी परेशानी तुरंत खत्म हो जाएगी।