शोध के परिणाम बताते हैं कि हमें हरी सब्जियां और फलों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। तेल- घी का सेवन जरूरी है लेकिन बहुत ही कम। जितना तेल हम सब्जी बनाने में इस्तेमाल करते हैं, उतना पर्याप्त है। इसके लिए पूड़ी- पराठा खाने की जरूरत नहीं है। यह बार- बार साबित हो चुका है कि पूड़ी, पराठा, समोसे और खूब ज्यादा तली हुई खाद्य वस्तुएं, मैदा और ज्यादा चीनी हमारे लिए नुकसानदेह होता है। कुछ लोग कहते हैं कि इतना परहेज करेंगे तो जीने का मजा ही क्या रह जाएगा? लेकिन खूब अनियमित आहार लेने के बाद अगर हम बीमार पड़ते हैं तो फिर जीने का मजा और किरकिरा हो जाएगा। इसलिए पहले से ही क्यों न सावधान रहें। फल, हरी सब्जियां, दही, दूध, पनीर, छेना, सूखे फल आदि का सेवन करना निश्चय ही हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा खूब पानी पीना अच्छा है। डाक्टरों की सलाह है कि रोज कम से कम तीन लीटर पानी तो पीना ही चाहिए। यदि आपको दूध या दही सूट नहीं करता तो आप मट्ठा यानी छाछ पी सकते हैं। शोध से यह बात बार- बार सामने आई है कि मांसाहार हमारे शरीर को क्षति पहुंचाता है। हमें शाकाहार का आनंद उठाना चाहिए। स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतर उपाय है- ध्यान। जितना गहरा ध्यान होगा, मनुष्य उतनी ही शांति का आनंद उठा सकेगा।
आपने ये तो सुना होगा कि साँप के काटने से किसी व्यक्ति की मौत हो गई, लेकिन आपने ये शायद ही सुना होगा कि किसी व्यक्ति ने उलटे साँप को काट लिया और फिर साँप मर भी गया.
ऐसा हुआ है नेपाल में. नेपाल की राजधानी काठमांडू से 200 किलोमीटर दक्षिणपूर्व स्थित एक गाँव में मंगलवार को ये घटना हुई.
नेपाल के एक किसान को धान के खेत में एक कोबरा ने काट लिया. बदले में किसान ने भी साँप को अपने दाँत से इतनी बार काटा कि साँप की मौत हो गई.
मोहम्मद सलमोद्दीन ने बीबीसी को बताया, "एक सँपेरे ने मुझे बताया था कि अगर कोई साँप तुम्हे काटे, तो बदले में तुम भी उसको उस समय तक काटते रहो कि उसकी मौत हो जाए और तुम्हें कुछ नहीं होगा."
मोहम्मद सलमोद्दीन साँप के काटने और फिर उसे मारने के बाद अस्पताल तो गए, लेकिन अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.
कार्रवाई नहीं
अधिकारियों का कहना है कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी क्योंकि ये साँप लुप्तप्राय प्रजाति का नहीं था.
मोहम्मद सलमोद्दीन ने बिराटनगर में बीबीसी नेपाली के बिक्रम निरौला को बताया, "जब मुझे लगा कि साँप ने मुझे काट लिया है, तो मैं घर गया और टॉर्च लेकर आया और देखा कि वो एक कोबरा था. इसके बाद मैंने उसे काटकर मार डाला."
साँप को दाँत से काटकर मारने के बाद मोहम्मद सलमोद्दीन ने कहा कि वे अपनी दिनचर्चा में ऐसे व्यस्त हो गए, जैसे कुछ हुआ ही न हो. लेकिन परिजनों, पड़ोसियों और पुलिस के दबाव में वे अस्पताल जाने को तैयार हुए.
माना जा रहा है कि जो साँप मारा गया, वो सामान्य कोबरा था. नेपाल में कई तरह के साँप पाए जाते हैं, जिनमें से कई ज़हरीले होते हैं और इनमें कोबरा भी शामिल है.
समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़ आकलन ये है कि नेपाल में हर साल साँप के काटने के 20 हज़ार मामले सामने आते हैं. इनमें से ज़्यादातर मामले दक्षिणी तराई क्षेत्र से आते हैं और क़रीब हज़ार लोगों की मौत भी हो जाती है.