Thursday, August 23, 2012

आभार



द्विग्विजय बाबू
 मेरी जख्मी उंगली के बारे में पूछने के लिए आभार और प्रणाम। अब उंगली का घाव भर गया है। लेकिन उसे छोड़ अन्य उंगलियों से टाइप कर लेता हूं। अब तो बाकी उंगलियों से टाइप करने का अभ्यास सा हो चला है। लेकिन अभी कंप्यूटर पर लिखने की गति पहले जैसी तेज नहीं है।जिस बाएं हाथ की तर्जनी उंगली का ऊपरी पोर कटा है, उससे टाइप करने में अभी लगता है तीन- चार महीनों की और देर होगी। पर ईश्वर की कृपा बनी हुई है।  उम्मीद है जल्दी ही मेरी उंगलियां उसी तेज गति से की बोर्ड पर फिर दौड़ने लगेंगी। आपका फिर एक बार आभार।
- विनय बिहारी सिंह

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