विनय बिहारी सिंह
अब हर आदमी पहले की तुलना में स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरूक है। यह सर्वविदित तथ्य है कि हाई फाइबर भोजन से पेट दुरुस्त रहता है। पेट दुरुस्त तो मन- मिजाज प्रसन्नचित्त।
हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ कौन- कौन से हैं। मैं इसकी खोज करने गया तो पता चला कि इस लिस्ट में सबसे पहले आलूबुखारा है। कोलकाता में तो आलूबुखारा खूब मिलता है। लेकिन हर जगह तो नहीं मिलता। इसके अलावा आलूबुखारा खट्टा होता है। उसका व्यंजन तरीके से बनाया जाए तो अच्छा लगता है। बनाने का तरीका मुझे नहीं मालूम। इसलिए इस पर चर्चा न करें तो अच्छा है। लेकिन अन्य जिन चीजों में फाइबर होता है वे हैं- हरी सब्जियां, अनाज, जौ, मकई, छिलके सहित आलू, लगभग सभी ताजे और सूखे फल आदि। केला भी फाइबर वाला फल है। इसे खाने से पेट साफ होता है। लेकिन सुगर या रक्त शर्करा वाले मरीज इसे नहीं खा सकते। मैं ऐसे अनेक साधुओं को जानता हूं, जो रात को सिर्फ सूप या उबली सब्जी और फल खाते हैं। वे रात को स्टार्च आदि नहीं खाते। रोटी नहीं खाते। उनका कहना है कि इससे पेट स्वस्थ रहता है और अगले दिन आदमी चुस्त रहता है। मैंने एक- दो दिन रात को सिर्फ फल और उबली सब्जी खा कर देखा। सचमुच बहुत अच्छा लगता है। बंगाल में आटा बहुत ही महीन होता है। लगता है उसमें मैंदा मिला हुआ है। इसलिए उसकी रोटी तनिक चीमड़ हो जाती है। जबकि आटे में चोकर होना बहुत जरूरी है। चोकर आंतों को साफ करता है और उन्हें शक्तिशाली बनाता है। इसलिए भोजन में खूब तली- भुनी चीजें न खाकर, कम तेल- घी वाली चीजें खाना चाहिए। हरी सब्जियां, सलाद (जिसमें प्याज, टमाटर, गाजर आदि हो) , फल पर्याप्त मात्रा में खाने से पेट स्वस्थ रहता है और मनुष्य खुशहाल रहता है। सुबह उठ कर आधा नींबू निचोड़ कर पानी पीएं तो और भी अच्छा।
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