Tuesday, September 14, 2010

बहुत फायदे हैं अच्छा सोचने और करने के

विनय बिहारी सिंह


सभी संतों ने कहा है कि मन को अच्छी सोच और अच्चे कार्य में लगाए रखने से आपका कल्याण होता है। आपके शरीर में अच्छी तरंगों के वाइब्रेशन होंगे, आपको अच्छी नींद आएगी और तनाव कम हो जाएगा। अब तो वैग्यानिकों ने भी प्रयोगों के आधार पर यह बात मान ली है कि अगर आप कोई अच्छा कार्य करते हैं, अच्छा सोचते हैं तो आप अपने लिए सुख का रास्ता खोल देते हैं। संतों को इसमें कनफ्यूजन नहीं था। उन्होंने कहा- भगवान से शुभ और क्या हो सकता है? आप सदा भगवान का चिंतन कीजिए। भगवान के बारे में बातें कीजिए या भगवान के बारे में पढ़िए। आप पाएंगे कि आपका जीवन सकारात्मक ढंग से बदल गया। गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है- हे अर्जुन, तू मेरा भक्त बन, मुझे प्रणाम कर, सारे काम मुझे अर्पित कर दे, तेरा कल्याण होगा। लेकिन हम तो अपने काम और अपनी समस्याएं अपने तक सीमित रख कर अंदर ही अंदर परेशान होते रहते हैं। भगवान कहते हैं कि सबकुछ मुझे सौंप कर निश्चिंत हो जाओ। तुम्हारा योग-क्षेम मैं वहन करूंगा। चिंता मत करो। सिर्फ मेरे लिए सब काम करो। आप भोजन करिए तो भगवान को चढ़ा कर, स्नान कीजिए तो भगवान का स्मरण कर। इस तरह आप पाएंगे कि भगवान आपकी दिनचर्या के हिस्सा बन गए। आपके भीतर का आनंद धीरे- धीरे बढ़ने लगेगा। निश्चय ही यह ईश्वर की कृपा का फल है। लेकिन भगवान की शरणागति जरूरी है

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