Friday, October 31, 2008

खानपान से रखें दिल को दुरुस्त

हृदय के प्रति थोड़ी सी भी लापरवाही काफी नुकसानदेह साबित हो सकती है। आमतौर पर धूम्रपान व शराब के सेवन, शारीरिक न करने एवं मोटापे की वजह से दिल की बीमारियां पैदा होती है। हृदय रोग से बचने के लिए खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है।

[समुचित खानपान]

हृदय के रोगी को ऐसा भोजन करना चाहिए जिसमें शुगर कम एवं फाइबर की मात्रा अधिक हो।

[आहार में शामिल करे]

फल, सब्जियाँ, अनाज, दालें, अण्डे की जर्दी , स्किम्ड मिल्क , खिचड़ी, उबले चावल, फ्रूट कस्टर्ड, पीले फल, कार्नफ्लेक्स, दलिया, हरी पत्तोदार सब्जियां, फलों का रस , अंकुरित दालें, पालक का सूप, उबले आलू, केला, बीन्स, टमाटर, खीरा, मूली, गाजर, लस्सी (नमक वाली), धनिया व पोदीना की चटनी।

[कम खायें या ना खायें]

मक्खन, मलाई वाला दूध, मीट, अंडे का पीला हिस्सा, क्रीम, चीज, खोया, आइसक्रीम, पनीर, मिठाई।

[निम्न पर ध्यान दें]

* खाना हर रोज निर्धारित समय पर ही भोजन करे।

* खाना हल्का और जल्दी पचने वाला होना चाहिए।

* भोजने को स्वादिष्ट बनाने के लिए नींबू, सिरका, इमली, ह‌र्ब्स (जड़ी बूटियों), हल्के मसाले, प्याज, लहसुन का इस्तेमाल कर सकते है।

* भोजन धीरे-धीरे एवं चबाकर खायें।

* अपने वजन पर नियंत्रण रखें।

* अगर भूख नहीं ह,ै तो मत खाएं।

* आपके दोपहर व रात के खाने का तीन चौथाई हिस्सा सब्जियाँ, फल व अनाज का होना चाहिए।

* नियासिन का सेवन काफी लाभदायक है।

* हर रोज 30 मिनट हृदय संबंधी कसरत करे। चाहें, तो यह कसरत एक साथ कर लें या फिर थोड़े-थोड़े अंतराल में करे।

* शारीरिक गतिविधियां बढ़ायें जैसे आफिस या स्टोर तक पैदल जायें, सीढि़यों का इस्तेमाल करे, सैर या जॉगिंग करे।

[सविता महेश्वरी]

(डायटीशियन)