मित्रों, नए साल की ढेर सारी शुभकामनाएं। नए साल में आपकी सभी शुभ इच्छाएं पूर्ण हों।
नए साल में आप की तरह ही मैं भी काफी उत्साहित हूं। नए और शुभ अवसरों की तलाश करते हुए। लगता है कि यह साल और ज्यादा सुख और शांति लेकर आया है। नए शुभ अनुभवों को लेकर आया है। गुरुदेव परमहंस योगानंद जी ने कहा है कि नए साल में यदि कोई बुरी आदत रही हो तो उसे छोड़ने का संकल्प लें। जैसे सिगरेट या तंबाकू आदि की लत। या क्रोध की लत या भयभीत रहने की आदत आदि।
ईश्वर की कृपा से मैं इनमें से किसी आदत से पीड़ित नहीं हूं। लेकिन मैं चाय ज्यादा पीता हूं। दिन भर में छह कप के करीब। खान पान शाकाहारी है। नए साल में कोई अच्छी आदत या अभ्यास शुरू करना है। इसे बिना बताए शुरू करना है। जब यह अच्छी आदत दृढ़ हो जाए आनंद आएगा। बताना इसलिए जरूरी नहीं होता कि लगता है आप प्रचार कर रहे हैं। एक बार मन में कोई अच्छी बात निश्चित करके उस पर अमल करते रहिए। आनंद ही आनंद है।
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