Monday, December 24, 2012

करुणा और प्रेम की मूर्ति जीसस क्राइस्ट


विनय बिहारी सिंह




जीसस क्राइस्ट की तस्वीर मैं जब भी देखता हूं वे करुणा और प्रेम से ओतप्रोत दिखते हैं। हिंदू धर्म की खूबी यह है कि यह सारे धर्मों का बहुत आदर करता है। हिंदू धर्म सर्वधर्म समभाव के सिद्धांत पर चलता है हिंदू धर्म।  इसीलिए जीसस क्राइस्ट मुझे बहुत आकर्षित करते हैं। मेरे घर में उनकी एक सुंदर सी तस्वीर है। गहरे आदर से अगरबत्ती तो मैं उनकी तस्वीर को रोज ही दिखाता हूं। क्रिसमस के दिन केक लाकर उन्हें अर्पित कर फिर बच्चों को दे देता हूं। जीसस को जब सूली पर चढ़ाया जा रहा था तो उन्होंने उनके लिए भी प्रार्थना की जो उन्हें मृत्युदंड दे रहे थे। उन्होंने कहा- हे परमपिता, इन्हें क्षमा कर दें, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं (फादर फारगिव देम, फार दे नो नाट व्हाट दे डू)।  ऐसी करुणा, ऐसा प्रेम विलक्षण है। अपनी हत्या कर रहे लोगों के लिए कौन प्रार्थना कर सकता है? जीसस जैसे महापुरुष के ही वश की है यह बात। जीसस क्राइस्ट के शिष्य पीटर ने उनसे पूछा- किसी को कितनी बार क्षमा करना चाहिए? क्या सात बार? जीसस ने कहा- नहीं सात के सत्तर गुना बार (सेवेन इन टू सेवेंटी टाइम्स) यानी ४९० बार। जीसस के कहने का अर्थ था कि क्षमा मनुष्य का आधारभूत गुण होना चाहिए। आज जब शोध कहता है कि क्षमा करने वाला व्यक्ति अधिक सुखी रहता है। तनावरहित रहता है तो जीसस क्राइस्ट याद आते हैं। ऋषि पातंजलि ने अष्टांग योग में क्षमा को महत्वपूर्ण तत्व बताया है। हिंदू धर्म में भी क्षमा व्यक्तित्व विकास का महत्वपूर्ण पहलू है। अन्य धर्म भी क्षमा पर जोर देते हैं।

 मेरे बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) जब छोटे थे तो क्रिसमस के मौके पर मैं उन्हें केक ला देता था। वे बहुत खुश होते थे। अब वे बहुत बड़े हो गए हैं। अपने पैरों पर खड़े हैं और उन्हें मेरे सहारे की जरूरत नहीं है। फिर भी उनकी हार्दिक इच्छा रहती है कि क्रिसमस पर मैं उसी तरह लाऊं केक लाऊं जैसे उनके बचपन में लाता था। उनकी यह इच्छा सुन कर मुझे खुशी होती है। यह भी प्रकारांतर से जीसस क्राइस्ट के प्रति सम्मान ही है। आखिर केक घर में उन्हीं को याद करते हुए तो आता है।

2 comments:

कविता रावत said...

बहुत बढ़िया प्रस्तुति ...क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें...
यूँ ही प्रभु इशु की क्रपा बनी रहें ..

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

जीवन मूल्‍य इसी प्रकार सुंदर बने रहें. शुभकामनाएं.