Monday, December 26, 2011

जीसस क्राइस्ट पर केंद्रित अद्भुत फिल्म

विनय बिहारी सिंह




कल क्रिसमस के मौके पर मैंने उनके जीवन पर केंद्रित एक अद्भुत फिल्म देखी। कल खूब मजे से क्रिसमस मनाने वालों के साथ रहा और इंज्वाय किया। मैं हिंदू हूं लेकिन मुझे जीसस क्राइस्ट भारतीय संत की तरह ही लगते हैं। इसलिए उनके बारे में पढ़ना और जानना अच्छा लगता है। वैसे भी भारतीय परंपरा है- सर्व धर्म समभाव। इस फिल्म के निर्देशक या निर्माता का नाम मुझे याद नहीं रह पाया। नाम मुझे बड़े कठिन लगे। फिल्म का नाम था- द लाइफ आफ जीसस क्राइस्ट। इसमें मदर मेरी के रूप में जो लड़की थी उसने अद्भुत काम किया है। उसके चेहरे की पवित्रता , ईश्वर के साथ उसका वार्तालाप उसके मूवमेंट मुग्धकारी थे। एक दृश्य में वह रात को सोई है। अचानक उसके चेहरे पर एक तेज प्रकाश पड़ता है। वह धीरे- धीरे जागती है और उठ कर देखती है कि यह प्रकाश उसके घर की खिड़की से आ रहा है। रात तो घनघोर अंधेरी है। उस प्रकाश से मदर मेरी पूछती है- हू आर यू? फिर धीरे- धीरे वह समझ जाती है- ये तो ईश्वर हैं। वह दृश्य अद्भुत है। वह संक्षेप में ही बोल कर उनसे बातें करती है। उस घर की बुजुर्ग महिला यह दृश्य देख रही है। मदर मेरी बताती है कि उसके पेट में एक दिव्य बच्चा आने वाला है। जबकि पति से उसका कोई संपर्क नहीं हुआ है। यह ईश्वरीय बच्चा है। बुजुर्ग महिला कहती है- आई बिलीव यू माई चाइल्ड, आई बिलीव यू।
फिर फिल्म आगे बढ़ती जाती है। एक दृश्य में जान द बैपटिस्ट आते हैं। उनकी अद्भुत बातें। वे ईश्वर का संदेश सुनाते हैं। शांति और प्रेम का महत्व बताते हैं। पता नहीं यह फिल्म बाजार में उपलब्ध है या नहीं। इसे मैंने व्यक्तिगत रूप से एक भक्त के यहां देखा।

No comments: