tag:blogger.com,1999:blog-2446493380000559684.post7217611414234960644..comments2023-10-29T01:37:32.219-07:00Comments on divya prakash: हां, यह प्रकाश का त्यौहार था, लेकिन बन गया शोर का त्यौहारAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/08160854592562131489noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2446493380000559684.post-53198685935360420052009-10-19T11:58:17.936-07:002009-10-19T11:58:17.936-07:00सहमत हूं आपसे .. दीपावली पर इतना शोर नहीं होना चाह...सहमत हूं आपसे .. दीपावली पर इतना शोर नहीं होना चाहिए !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2446493380000559684.post-36948768402365680612009-10-19T09:33:11.270-07:002009-10-19T09:33:11.270-07:00आप के विचार से मैं सहमत हूँ ।
दीपावली प्रकाश का ...आप के विचार से मैं सहमत हूँ । <br /><br />दीपावली प्रकाश का उत्सव है, ज्योति जो निरंतर ऊपर उठने का संदेश देती है । इसे शोर के बजाय शांति से और बाहर की ज्योति से अंदर की ज्योति की ओर ले जाने वाले उत्सव के रूप में मनाया जाना चाहिए । भीतर के प्रकाश से जो रोशन है वही बाहर शांति ला सकता है ।मनोज भारतीhttps://www.blogger.com/profile/17135494655229277134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2446493380000559684.post-54090487492345584302009-10-19T04:13:42.842-07:002009-10-19T04:13:42.842-07:00बिल्कुल सही कहा है आपने। शोर के साथ सम्साधनों की ब...बिल्कुल सही कहा है आपने। शोर के साथ सम्साधनों की बर्बादी भी खूब हो रही है। पशु-पक्षियों को कितना कष्त होता है, किसी को कोई परवाह ही नहीं है।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.com